दरभंगा : बिहार लोक सेवा आयोग की बिहार कृषि सेवा के लिए आयोजित प्रतियोगिता परीक्षा में सफलता पाकर सैदनगर, लहेरियासराय की इशानी मिश्रा ने प्रखंड कृषि पदाधिकारी पद पर चयनित होकर अपने स्वर्गीय पिता के सपने को पूरा कर दिया। ईशानी ने अपने पहले ही प्रयास में यह सफलता हासिल की है। ईशानी ने अपनी सफलता का श्रेय पिता अधिवक्ता स्व. देवेंद्र कुमार मिश्रा, माता गृहणी पुण्या मिश्रा और नाना डॉ. शशिकांत पाठक को देते हुए बताया कि उनके त्याग, मेहनत और आशीर्वाद से ही वह यह सफलता प्राप्त कर सकी। साक्षात्कार के समय ईशानी के पिता उनके साथ थे और बेटी की सफलता को लेकर आश्वस्त थे। लेकिन परीक्षा का परिणाम आने से पहले ही उनका देहांत हो गया। ईशानी ने नवोदय विद्यालय से दसवीं की परीक्षा 10 सीजीपीए के साथ पास की थी। इसके बाद एमएल अकेडमी से 75% अंकों के साथ आईएससी तथा डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा से बीएससी एग्रीकल्चर किया। इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चरल रिसर्च (आईसीएआर) से जेआरएफ मिलने के बाद ईशानी ने हरियाणा से एग्री-बिजनेस मैनेजमेंट में एमबीए की डिग्री हासिल की। उसके बाद बिहार कृषि सेवा की प्रतियोगिता में जुट गई और अंततः सफल हुई। अपनी सफलता में गुरुओं और मार्गदर्शकों की भूमिका को याद करते हुए ईशानी ने कहा कि लक्ष्य कोचिंग के पिता तुल्य बड़े सर ने निरंतर मार्गदर्शन किया और सफलता के सफ़र में उनका अहम योगदान रहा है। प्रधान वैज्ञानिक डॉ. आई एस सिंह एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. मनोज कुमार ने ससमय सहयोग किया जिनकी प्रेरणा और दिशा निर्देश ने मेरी यात्रा को और सशक्त बनाया। डॉ. मनोज कुमार ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि ईशानी ने अपने माता-पिता तथा परिजनों के साथ-साथ अपने शिक्षकों को भी गौरवान्वित किया है। ईशानी की मेहनत और उसका उत्तरदायित्व बोध नई पीढ़ी के छात्र-छात्राओं के लिए प्रेरणादायी हैं।
