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CITIZEN AWAZ: मिथिला संस्कृत शोध संस्थान का होगा जीर्णोद्धार, सांसद ने लिया जायजा

मिथिला संस्कृत शोध संस्थान बनेगा संस्कृत भाषा का केंद्रबिंदु : डा गोपाल जी ठाकुर

दरभंगा : संस्कृत सभी भाषाओं की जननी है और मिथिला क्षेत्र इसका प्रमुख केंद्र रहा है। आज भी मिथिला में संस्कृत विश्वविद्यालय के साथ साथ कई महाविधालय एवं संस्कृत उच्च विद्यालय के माध्यम से संस्कृत भाषा का पठन पाठन प्राथमिक कक्षा से उच्चतर कक्षाओ तक होती है। आवश्यकता इस बात की है कि इस भाषा के समंध में बृहत शोध, इसकी प्राचीन पांडुलिपि का संरक्षण तथा इसकी वैज्ञानिक आधार की वृहत खोज किया जा सके जिसके लिए दरभंगा स्थित इस मिथिला संस्कृत शोध संस्थान का कायाकल्प होना जरूरी है
दरभंगा के सांसद सह लोकसभा में पार्टी के सचेतक डा गोपाल जी ठाकुर ने आज शनिवार को दरभंगा के शिक्षा विभाग के अधिकारी, आधारभूत संरचना निगम के अधिकारी तथा पार्टी नेताओं के साथ इस शोध संस्थान का निरीक्षण करने के बाद उपरोक्त बातें कही।
सांसद डा ठाकुर ने इस शोध संस्थान की महता पर प्रकाश डालते हुए कहा की आज़ादी के बाद देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेन्द्र प्रसाद ने 21 नवंबर 1951 ईo को इसका शिलान्यास किया था और दरभंगा महाराज ने इस शोध संस्थान के लिए 62 बीघा जमीन और उस जमीन पर भवन वगैरह के लिए उस समय का साढ़े तीन लाख रुपए की मदद की थी लेकिन कालांतर में यहां के पूर्ववर्ती जनप्रतिनिधियो के उदासीनता के कारण यह उपेक्षा का शिकार बना रहा।
सांसद डा ठाकुर ने ऐसे महतवपूर्ण शोध संस्थान के प्रतिबद्धता स्पस्ट करते हुए कहा कि उन्होनें अपने पिछले संसदीय कार्य काल में लोकसभा में इसके उद्धार के लिए आवाज भी उठाई थी और केंद्रीय शिक्षा मंत्री से मिलकर चर्चा भी की थी । एक सप्ताह पूर्व ही बिहार के सीएम श्री नीतीश कुमार जी से भेंट कर अपनी बात रखी थी तथा दो दिन पहले शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव को पत्र लिखकर इसके उद्धार के लिऐ आग्रह और अनुरोध किया है ताकि आजादी के बाद पूर्व राष्ट्रपति डॉ राजेन्द्र प्रसाद जेसे विद्वान् ने जिस सोच से इसकी स्थापना की वह मिथिला क्षेत्र के छात्र छात्राओ के लिऐ लाभप्रद सबित हों सके। सांसद डा ठाकुर ने इसके आधारभूत संरचना इसमें संस्कृत भाषा के जानकार स्थाई निदेशक तथा पांडुलिपि संरक्षण के लिए जानकार व्यक्ति की नियुक्ति के लिऐ उचित पहल करेगें।
निरीक्षण के समय सांसद डा ठाकुर के साथ ज़िला शिक्षा पदाधिकारी समर बहादुर सिंह, शोध संस्थान के निदेशक डा सुरेंद्र कुमार सुमन बिहार राज्य शिक्षा आधारभूत संरचना निगम के कार्यपालक अभियंता विनोद कुमार रंजन कनीय अभियंता मिथुन कुमार भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष सह क्षेत्रीय प्रभारी धीरेंद्र सिंह किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष संजय कुमार सिंह उर्फ पप्पू सिंह ,सुजीत मल्लिक,महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष सपना भारती मुनीन्द्र यादव ज्योतिकृष्ण झा,मणिकांत मिश्रा, पुरुषोत्तम झा, आदि मौजूद थे

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