एनएसएस के कार्यक्रमों से युवाओं में उत्पन्न होते हैं सामाजिकता एवं समाज- कल्याण की भावनाएं- डॉ कुमार वैभव
राष्ट्रीय सेवा योजना युवाओं में समाजसेवा के माध्यम से करता है व्यक्तित्व का संपूर्ण विकास – डॉ चौरसिया
दरभंगा : महान समाजसेवी महात्मा गांधी के जन्म शताब्दी वर्ष 1969 में राष्ट्रीय सेवा योजना की स्थापना की गई थी, जिसका उद्देश्य युवाओं के द्वारा समाज में जागृति लाना तथा समाज कल्याण हेतु विविध कार्यक्रमों का आयोजन करना। इससे छात्र-छात्राओं में सामाजिकता जागृत होती है। उक्त बातें बीएम कॉलेज, रहिका, मधुबनी की एनएसएस इकाई द्वारा आयोजित वृक्षारोपण सह “व्यक्तित्व- निर्माण में एनएसएस की भूमिका” विषयक संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए प्रधानाचार्य डा कुमार वैभव ने कही। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण भी एनएसएस का एक प्रमुख कार्यक्रम है। एनएसएस से युवाओं में सामाजिकता एवं समाज- कल्याण की भावनाएं उत्पन्न होती हैं।
मुख्य वक्ता के रूप में विश्वविद्यालय के कार्यक्रम समन्वयक डॉ आर एन चौरसिया ने कहा कि एनएसएस युवाओं में समाजसेवा के माध्यम से व्यक्तित्व का संपूर्ण विकास करता है। इसके द्वारा उनके व्यक्तित्व में नेतृत्व क्षमता, सेवाभाव, सहयोग, परोपकार, दया आदि के भाव स्वत: आ जाते हैं। यह युवाओं में संस्कार तथा संस्कृति का आधान भी करता है। उन्होंने युवाओं से अपने अधिकार मांगने से पहले कर्तव्य पालन करने का आह्वान करते हुए कहा कि वे नियमित रूप से कॉलेज आए, ताकि उन्हें किताबी ज्ञान के साथ ही व्यावहारिक ज्ञान भी प्राप्त हो सके। छात्र अपने कॉलेज में एनएसएस, एनसीसी, खेलकूद या सांस्कृतिक गतिविधियों में जरूर भाग लें, ताकि उनके व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास हो। उन्होंने कॉलेज परिवार को इस सफल आयोजन के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यहां के स्वयंसेवक अनुशासित एवं काफी सक्रिय हैं।
विशिष्ट वक्ता के रूप में आरके कॉलेज, मधुबनी के कार्यक्रम पदाधिकारी द्वय डॉ दीपक त्रिपाठी तथा डॉ अवधेश झा ने व्यक्तित्व निर्माण में एनएसएस की भूमिका पर अपने विचार रखें, जबकि डॉ राज किशोर पासवान ने वृक्षारोपण, समाजसेवा तथा पर्यावरण संरक्षण संबंधी प्रेरक गीतों को प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में डॉ राम सुंदर पासवान, डॉ नीतेश कुमार झा, डॉ आशुतोष कुमार त्रिपाठी, डॉ रेणु कुमारी, डॉ अंशु कुमार मल्लिक, डॉ कमल पासवान, गगनदेव पासवान, मो फैशल, शीतेश कुमार तथा अर्णव कुमार सहित 100 से अधिक स्वयंसेवक उपस्थित थे। इस अवसर पर प्रधानाचार्य, अतिथियों तथा स्वयंसेवकों द्वारा परिसर में वृक्षारोपण भी किया गया। कार्यक्रम में शामिल सभी स्वयंसेवकों को प्रमाण पत्र दिए गए तथा एक छात्र एवं एक छात्रा को सर्वश्रेष्ठ स्वयंसेवक- 2024 का सम्मान भी दिया गया।
अतिथियों का स्वागत पाग, चादर तथा पेंटिंग्स से किया गया, जबकि स्वयंसेविकाओं द्वारा स्वागत गान- मंगलमय दिन आजू हे…. प्रस्तुत किया गया। वहीं नंदिनी तथा पूजा कुमारी ने सस्वर एनएसएस का लक्ष्य गीत प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का प्रारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन से हुआ, जबकि समापन राष्ट्रीय गान- जन गण मन.. के सामूहिक गायन से हुआ।कार्यक्रम पदाधिकारी कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ संतोष कुमार ने संचालन एवं अतिथि स्वागत करते हुए कॉलेज- एनएसएस की गतिविधियों का प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए संगोष्ठी एवं वृक्षारोपण के उद्देश्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला। वहीं धन्यवाद ज्ञापन डॉ रेणु कुमारी ने किया।