सीएम कॉलेज दरभंगा में सेवानिवृत शिक्षकों का ‘विदाई समारोह एवं सहभोज’ कार्यक्रम का हुआ आयोजन

डॉ. अशोक कुमार पोद्दार एवं डाॅ. वासुदेव साहू दोनों ने अपनी पहचान अपने कर्मों के माध्यम से स्वयं बनाया, वे कॉमर्स विभाग के ख्यातिलब्ध प्राध्यापक : प्रधानाचार्य  सीएम कॉलेज दरभंगा

सीएम कॉलेज, दरभंगा ने हमें इज्जत दौलत शोहरत सब कुछ दिया : डाॅ अशोक कुमार पोद्दार सेवानिवृत्ति शिक्षक

सीएम कॉलेज दरभंगा में विभिन्न कार्यों के संचालन से मेरा सर्वांगीण विकास हुआ : डॉ वासुदेव साहू सेवानिवृत्त शिक्षक

समाजशास्त्र के सेवानिवृत्ति एवं दिवंगत शिक्षक डॉ प्रभात कुमार चौधरी को शिक्षक संघ के द्वारा सामूहिक श्रद्धांजलि दी गई ।

दरभंगा : आज दिनांक 22 मई, 2024 को सीएम कॉलेज, दरभंगा में शिक्षक संघ के द्वारा महाविद्यालय के सेवानिवृत शिक्षकों का सम्मान समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें सेवानिवृत हुए कॉमर्स विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. अशोक कुमार पोद्दार एवं सेवानिवृत हुए कॉमर्स विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डाॅ. वासुदेव साहू का सम्मान किया गया।

महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉक्टर मुस्ताक अहमद जी ने सेवानिवृत्त दोनों प्राध्यापकों को पाग, चादर , हैंडबैग एवं स्मृति- चिन्ह देकर सम्मानित किया और कहा कि पोद्दार एवं साहू जी ने अपनी-अपनी पहचान अपने अकादमिक एवं शैक्षणिक कर्मों अर्थात अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों के सम्यक निर्वहन के जरिए स्वंय बनाई है ‌ और उनके पद चिन्हों पर चलने वालों की संख्या दरभंगा में बहुतायत है। न केवल छात्र-छात्राएं बल्कि नवागंतुक शिक्षक भी उनसे अभिप्रेरित होते रहे हैं, उनका जीवन अनुकरणीय है। इस अवसर पर उन्होंने समाजशास्त्र के सेवा निवृत एवं दिवंगत शिक्षक प्रभात कुमार चौधरी जी को याद करते हुए कहा कि इस संसार में जीवन मृत्यु का क्रम लगा रहता है परंतु कुछ अच्छे लोग अपने कर्मों से अमर हो जाते हैं , प्रभात जी उनमें से एक हैं, प्रधानाचार्य ने बताया कि महापुरुषों का जीवन और मृत्यु दोनों महान होते हैं, जीवन और मृत्यु दोनों को स्वीकार करना पड़ता है, जो जमीन में दफन होने के उपरांत भी उनकी ख्याति फूल पुष्प गुलाब चमेली इत्यादि बनाकर धरती से उगा सके और वे महान पुरुष है, वे दूसरों के लिए प्रेरणा के स्रोत बन जाते हैं । शिक्षकों के लिए छात्र उनके इज्जत- दौलत -शोहरत की मानक कसौटी है । यदि छात्र संतुष्ट है और आपकी अनुपस्थिति में आपकी प्रशंसा आपके छात्रों के द्वारा की जाती है तो यह एक शिक्षक की वास्तविक गाढ़ी कमाई है ।इस अवसर पर प्रधानाचार्य ने मिर्ज़ा ग़ालिब, इकबाल और उर्दू के अनेक साहित्यकारों की साहित्यिक काव्य पंक्तियों का उल्लेख किया और इस बात का संदेश दिया कि जो व्यक्ति जहां पर कार्यरत है , उन्हें उनके कर्म स्थल ही महान बनाता है इतिहास इस बात का प्रमाण देता है कि जिस कौम में अपने पूर्वजों और अग्रजों को याद किया जाता है वह कौम सदैव जीवंत रहता है , हम भी अपने अंग्रेजों को सम्मानित करते हैं , उन्हें याद करते हैं, इसलिए हम सब भी जीवंत कौम के उदाहरण हैं । हमें इस संस्कृति एवं परंपरा को अक्षुण्ण बनाए रखना है, हमारे धार्मिक ग्रंथो में पुनर्जन्म को मानने वाले लोगों की भी एक व्यवस्था है और नहीं मानने वालों की भी। इसलिए वर्तमान जीवन में अच्छा कर्म ही अच्छे मानव की पहचान है। अंत में प्रधानाचार्य ने इस आयोजन के लिए सीएम कॉलेज के शिक्षक संघ को शुभकामनाएं प्रेषित की।

इस अवसर पर सेवानिवृत्ति प्राध्यापक डॉक्टर अशोक कुमार पोद्दार जी ने कहा कि सीएम कॉलेज में छात्र जीवन में मैंने पढ़ाई की और बाकी जीवनकाल यहां बतौर शिक्षक के रूप में सेवाएं दी। उन्होंने कहा कि मुझे इस संस्था ने पहचान दी है, इज्जत, दौलत , शोहरत दिए हैं । सीएम कॉलेज के सभी सदस्य अपने हैं और मैं स्वयं सीएम कॉलेज के लिए समर्पित हूं । शिक्षक संघ के द्वारा दिए जाने वाले इस सम्मान के प्रति पोद्दार जी ने सीएम कॉलेज के शिक्षक संघ को धन्यवाद ज्ञापित किया।

इस अवसर पर सेवानिवृत्ति शिक्षक डॉक्टर वासुदेव साहू जी ने कहा कि जब मैं शिक्षक के रूप में चयनित हुआ तब मुझे पहली पोस्टिंग सुदूर ग्रामीण क्षेत्र में मिला लेकिन मेरा यह सौभाग्य था कि मुझे इस कॉलेज में सेवा देने का अवसर प्राप्त हुआ और यहां आने के बाद परीक्षा नियंत्रक एवं अन्य विभागीय दायित्वों के निर्वहन का कार्य मुझे करना पड़ा जिससे मुझे शैक्षणिक एवं अकादमी स्तर पर काम करने का अवसर प्राप्त हुआ, लंबे समय तक इस संस्था से जुड़े होने के मुझे इस संस्था से विशेष लगाव है और सेवानिवृत्ति के पश्चात भी जरूरत पड़ने पर सीएम कॉलेज की सेवा करते रहेंगे।

इस अवसर पर विभिन्न शिक्षकों ने अपने अग्रज शिक्षकों को सम्मानित करते हुए विचार अभिव्यक्त किए जिनमें समाजशास्त्र के विभागाध्यक्ष डॉक्टर मयंक श्रीवास्तव, उर्दू विभाग के विभागाध्यक्ष डॉक्टर खालिद उस्मानी, राजनीति के विभाग अध्यक्ष डॉक्टर दिव्या झा, अर्थशास्त्र के विभाग अध्यक्ष डॉक्टर अब्सार आलम, हिंदी के विभागाध्यक्ष अखिलेश कुमार राठौर, वाणिज्य विभाग की प्राध्यापिका डॉक्टर दिव्या शर्मा, उर्दू के शिक्षक सऊद आलम , प्रधान क्लर्क शमशाद जी आदि ने दिवंगत शिक्षक प्रभात चौधरी जी को श्रद्धांजलि व्यक्त करते हुए सेवानिवृत शिक्षकों के प्रति अपने संबोधन में सांस्कृतिक विरासत को अपना कर उसे आगे बढ़ाने का संदेश (अपने-अपने व्याख्यान में) दिया।

कार्यक्रम का संचालन संस्कृत विभाग अध्यक्ष डॉक्टर संजीत कुमार झा ने एवं धन्यवाद ज्ञापन अंग्रेजी विभाग की शिक्षिका डॉक्टर शांभवी मैडम ने किया।

इस अवसर पर महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉक्टर मुस्ताक अहमद सहित शिक्षक डॉ अशोक कुमार पोद्दार( सेवानिवृत शिक्षक वाणिज्य), डॉक्टर वासुदेव साहू (सेवानिवृत शिक्षक, वाणिज्य), अखिलेश कुमार राठौर (विभागाध्यक्ष, हिंदी),डाॅ रूपेंद्र झा, डॉक्टर मीनाक्षी राना, डॉक्टर आलोक कुमार राय, डॉक्टर बिंदु चौहान , डॉक्टर अभिमन्यु कुमार , डॉक्टर अब्दुल हई, डॉ संजीव कुमार, डॉक्टर अनुपम कुमार, डाॅ तनीमा कुमारी, डॉक्टर रागिनी रंजन, डॉक्टर शैलेंद्र श्रीवास्तव, डॉक्टर सुधांशु कुमार, डॉक्टर शशांक शुक्ला , डॉक्टर विजय सेन पांडे , डॉक्टर रीता दुबे आदि शिक्षक एवं शिक्षकेत्तरकर्मियों में शमशाद अली, सरफराज, वीरेंद्र साहू जी, सृष्टि चौधरी जी , कमलेश जी, अर्जुन अंकित जी, चंदा जी , सुरेश पासवान जी, दिनेश जी, सनोज ,अमरजीत आदि की की उपस्थिति सराहनी रही।

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