संस्थान के महासचिव ने उठाई शहीद दिवस को राष्ट्रीय अवकाश घोषित करने की मांग
दरभंगा : देश की स्वतंत्रता के लिए फांसी के फंदे को चूमने वाले शहीद भगत सिंह, सुखदेव व राजगुरू हमारे आदर्श हैं। इन तीनों वीर सपूतों का शहादत दिवस हमें देश के सपूतों के प्रति सम्मान व हिंदुस्तानी होने का गौरवशाली अनुभव कराता है। उक्त बातें विद्यापति सेवा संस्थान की ओर से शनिवार को टावर चौक स्थित शहीद भगत सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने पहुंचे संस्थान के महासचिव डॉ बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने कही। उन्होंने कहा कि 10 मई 1973 को स्थानीय निवासी स्व दुर्गा प्रसाद बजाज की पुण्य स्मृति में उनके परिजनों द्वारा प्रदत्त शहीदे आजम की प्रतिमा का अनावरण भगत सिंह की मां विद्यावती देवी, उनकी बहन बीबी अमर कौर एवं स्वतंत्रता आंदोलन के अमर सेनानी स्व बटुकेश्वर दत्त की धर्मपत्नी अंजलि दत्त ने मिलकर किया था। अपने संबोधन में उन्होंने शहीद दिवस को राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाने एवं इस दिन राष्ट्रीय अवकाश घोषित करने की सरकार से मांग की।
इस अवसर पर अपने संबोधन में वरिष्ठ साहित्यकार मणिकांत झा ने कहा कि भगत सिंह ने अपने संक्षिप्त जीवन में वैचारिक क्रांति की जो मशाल जलाई, वह हर युवा के लिए अनुकरणीय है। विनोद कुमार झा ने मौके पर कहा कि भारत माता के इन पराक्रमी सपूतों के त्याग, संघर्ष व आदर्श की कहानी देशवासियों को हमेशा प्रेरित करती रहेंगी। शहीद दिवस के मौके पर राजीव कुमार चौधरी, अब्नान अंसारी, प्रो अरुण सिंह, प्रो सुनील चौधरी, प्रो सुधीर कुमार मिश्र, प्रो राजकिशोर झा, प्रो विजय कांत झा, नवल किशोर झा, मिथिलेश मिश्र, गिरधारी झा, आशीष चौधरी, पुरूषोत्तम वत्स, मनीष झा रघु, राजेश मल्लिक, मनोज पूर्वे, ललित झा, राजीव कुमार पासवान आदि ने भी अमर सेनानी को श्रद्धांजलि अर्पित की।