कन्हैया कुमार की सोच और मानसिकता देशहित के विपरीत : डा गोपाल जी ठाकुर
देश विरोधी नारा लगाने वाले कन्हैया के मुंह से नीतियों तथा सिद्धांतों की बात अशोभनीय : डा गोपाल जी ठाकुर
दरभंगा : पलायन और रोजगार के नाम पर कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार की पदयात्रा महज नौटंकी है। अपने शासन काल में देश तथा बिहार में करोड़ों लोगों का रोजगार छीनने वाली कांग्रेस की सोच और नकाब का पर्दाफाश हो चुका है यही कारण है कि कन्हैया कुमार की पदयात्रा को बिहार की जनता ने सिरे से खारिज कर दिया है।
दरभंगा के सांसद सह लोकसभा में भाजपा सचेतक डा गोपाल जी ठाकुर ने कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार की सोच को देश स्तर पर अलगाववाद का प्रतीक बताते हुए कहा कि 9 फरवरी 2016 में जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में भारत तेरे टुकड़े होंगे हजार जैसे नारों से देश की अस्मिता को चुनौती देने वाले कन्हैया कुमार को बिहार और मिथिला के लोगों ने सिरे से खारिज कर दिया है।
सांसद डा ठाकुर ने कन्हैया कुमार के पलायन रोको रोजगार दो के नारे को बिहार की हकीकत के विपरीत बताते हुए कहा है कि बिहार का हर सजग नागरिक जनता है कि बिहार में एक दिन में पांच लाख लोगों को रोज़गार देकर बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने रोजगार के नाम पर देश स्तर पर एक उदाहरण साबित किया है।
सांसद डा ठाकुर ने बिहार में पूर्व में हुए पलायन के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि कन्हैया कुमार को अपने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व तथा पूर्ववर्ती नेताओं से जवाब पूछना चाहिए कि बिहार में लंबे समय तक सरकार चलाने वाली कांग्रेस के शासन में बिहार की दुर्गति कैसे हुई।
सांसद डा ठाकुर ने बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में डबल इंजन सरकार की विकास के हर मुद्दे पर सफल करार देते हुए कहा कि मिथिला क्षेत्र के अशोक पेपर मील, लोहट, सकरी, रैयाम चीनी मील जैसे रोजगार परक उद्योग धंधे को कांग्रेस तथा राजद के शासन में बंद कर दिया गया जबकि देश के पीएम नरेन्द्र मोदी तथा बिहार के सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में मिथिला क्षेत्र तथा बिहार का सर्वांगीण विकास हुआ है, दरभंगा में एयरपोर्ट, एम्स तारामंडल आईटीपार्क, पांच सौ से अधिक हाई लेबल पुलों हजारों किलोमीटर सड़कों का निर्माण इस बात को साबित करता है कि मैथिली क्षेत्र में कन्हैया कुमार की पदयात्रा यहां की जनता के लिए कोई मुद्दा नहीं है।