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Darbhanga जनसेवा ट्रस्ट ने ADM जिला लोक शिकायत सौंपा ज्ञापन, परिवाद दायर कमला नेहरू पुस्तकालय पर

दुर्भाग्यपूर्ण ! कमला नेहरू पुस्तकालय खाद प्रसंस्करण केंन्द्र स्थल

दरभंगा : सामाजिक संस्था जनसेवा ट्रस्ट ने सिटीजन आवाज़ समाचार पत्र में कमला नेहरू पुस्तकालय को लेकर प्रकाशित ख़बर पर संज्ञान लेते हुए पुस्तकालय की जर्जर व्यवस्था पर जिला अपर समाहर्ता जिला लोक शिकायत को प्रतिवेदन सौंपा।

जनसेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष ने कहा यह दुर्भाग्यपूर्ण है की नगर निगम द्वारा विद्या ग्रहण करने का केंन्द्र को खाद प्रसंस्करण केंन्द्र बना। उन्होंने कहा की हमनें एडीएम को ज्ञापन सौंपा और जल्द से जल्द इसपर सुनवाई कर छात्रों के हित में शुरू किया जाए।

आपको बता दे की जिला मुख्यालय लहेरियासराय टावर से सटे कमला नेहरू स्मारक पुस्तकालय वर्षो से लचर स्थिति में।पुस्तकालय को जिला प्रशासन इवीएम गोदाम , चुनाव कार्यालय और नगर निगम दरभंगा द्वारा परिसर में कचड़ा से खाद बनानेवाली प्रसंस्करण केंन्द्र बना दिया गया। लाइब्रेरी की आधारभूत संरचनाएं ध्वस्त हैं। पुस्तकों का अभाव है। कुर्सी-टेबल, फर्नीचर, पढ़ने की जगह आदि का घोर अभाव है। शौचालय आदि की भी सुविधायें नदारद हैं।
आपको बता दे की 1955 – 1964 के आसपास कमला नेहरू पुस्तकालय की निर्माण स्थानीय बुद्धिजीवियों द्वारा की गई थी।जानकार के अनुसरण उस समय मुख्य भूमिका शहर के असर्फी महासेठ का था। पतौर निवासी शिक्षाविद प्रो. जगन्नाथ प्रसाद मिश्र शुरुआत में 10000 पुस्तक पुस्तकालय को दान दी थी। उस समय ज्ञान अर्जित करने का शहर में मुख्य केंद्र हुआ करता था कमला लाइब्रेरी। शुरुआती समय में पुस्तकालय के देखरेख के लिए स्थानीय कमिटी का गठन किया गया था।


सिटीज़न संवाददाता ने केयरटेकर आशीष कुमर से पुस्तकालय को लेकर बात की तो उन्होंने कहा पुस्तकालय की स्थिति अच्छी नहीं है बैठने तक की व्यवस्था नहीं। लाइब्रेरियन ने कहा की बीते 10 वर्षो से पुस्तकालय में कोई किताब नहीं आया है केवल मैंगजीन,2-3 अलग अलग अख़बार,प्रतियोगिता दर्पण आता है। स्थानीय छात्र लाइब्रेरी आते है लेकिन ख़राब स्थिति देख रिटर्न चले जाते है। वर्तमान स्थिति में लाइब्रेरी में केवल 20-25 छात्रों की बैठने की व्यवस्था है।

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