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जदयू प्रदेश कार्यालय में मनाई गई संत शिरोमणि रविदास की 647वीं जयंती

नीतीश कुमार के विकासकार्यों में संत रविदास के विचारों का प्रतिबिंब दिखाई देता है – उमेश सिंह कुशवाहा

आने वाले दिनों में बिहार का स्थान देश के टाॅप-5 राज्यों में शामिल होगा – संजय झा

संत रविदास की बातों को नीतीश कुमार ने अक्षरशः पालन किया- अशोक चैधरी

नीतीश कुमार के नेतृत्व में हमें एकजुट होकर एनडीए को मजबूत बनना है- महेश्वर हजारी

नीतीश कुमार ने दलित-महादलित समाज की राजनीतिक भागीदारी को सुनिश्चित की- रत्नेश सदा

शोषित, वंचित और दलित समाज के सबसे बड़े हितैषी हैं श्री नीतीश कुमार- सुनील कुमार

गोपाल प्रसाद सिन्हा : संवाददाता

पटना : शनिवार को जनता दल (यू0) प्रदेश कार्यालय में संत शिरोमणि रविदास की 674वीं जयंती समारोह का आयोजन हुआ। जयंती समारोह में मुख्यमंत्री सह राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार बातौर मुख्य अतिथि शामिल होकर महान संत रविदास को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम की अध्यक्षता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा एवं मंच का संचालन अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष राजेश त्यागी ने की। इस मौके पर बड़ी संख्या में प्रदेशभर के जद(यू0) कार्यकर्ता मौजूद रहे। कार्यक्रम की समाप्ति के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेतागण सामूहिक दलित भोज में भी शामिल हुए एवं कार्यकर्ताओं के साथ बैठकर भोजन ग्रहण किया।

अपने संबोधन में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि रविदास जयंती के पावन अवसर पर आज हम सभी उनके जीवन से प्रेरणा लेने के लिए इस कर्पूरी सभागार में एकजुट हुए हैं और यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि इस कार्यक्रम का शुभारंभ पार्टी के सर्वमान्य नेता एवं हिंदुस्तान की राजनीति के आधुनिक संत  नीतीश कुमार की उपस्थिति में हुई है। उन्होंने मुख्यमंत्री  नीतीश कुमार को आज का राजनीतिक संत बताया। श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि संत रविदास मानते थे की कोई भी व्यक्ति जन्म से नहीं बल्कि अपने कर्म से बड़ा होता है। संत रविदास ने सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ अलख जगाया और समाज सुधार की दिशा में उल्लेखनीय योगदान दिए। उमेश सिंह कुशवाहा कहा कि मुख्यमंत्री ने संत रविदास के आदर्शों एवं विचारों को सरजमीं पर उतारने का काम किए हैं। बाल विवाह, भ्रूण हत्या और दहेज प्रथा को जड़ से समाप्त करने के लिए नीतीश कुमार के प्रयास अनुकरणीय है। नीतीश कुमार के विकासकार्यों में संत रविदास के विचारों का प्रतिबिंब दिखाई देता है। उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि हमारे नेता ने गौतम बुद्ध, महात्मा गांधी, डाॅ0 अंबेडकर और संत रविदास जैसे महापुरुषों को उचित सम्मान देने का काम किया है। नीतीश कुमार ने 15 अगस्त और 26 जनवरी के अवसर पर विशेष आयोजन के जरिए महादलित वर्ग के बुजुर्ग व्यक्ति को झंडोत्तोलन का मौका दिया, उनके इस कदम की प्रशंसा देशभर में हुई। इस मौके पर उमेश सिंह कुशवाहा ने आह्वान किया की श्री नीतीश कुमार के हाथों को मजबूत बनाने के लिए बिहार की सभी 40 लोकसभा सीटें एनडीए की झोली में डालने का प्रण लें।
राज्यसभा सांसद संजय कुमार झा ने कहा कि नीतीश कुमार की ईमानदारी पर कोई भी प्रश्नचिन्ह खड़ा नहीं कर सकता है। उन्होंने राजनीति में कभी अपने परिवार के लोगों को आगे नहीं बढ़ाया है। हमारे दल की सबसे बड़ी खासियत है कि हमारा कोई भी जमीनी कार्यकर्ता पार्टी में शीर्ष स्थान पर पहुँच सकता है। संजय कुमार झा ने तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि जिन लोगों ने बेसिक पढ़ाई तक नहीं की वह भी हमारे नेता नीतीश कुमार के विजन पर सवाल उठा रहा है। नीतीश कुमार ने 10 लाख सरकारी नौकरी और 10 लाख रोजगार देने का जो वादा किया था उसे पूर्ण करने में वो दिनरात जुटें हुए है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में बिहार का स्थान देश के टाॅप 5 राज्यों में होगा।

पूर्व मंत्री अशोक चैधरी ने कहा कि संत रविदास जातिवाद को खत्म करने के लिए जिन बातों का जिक्र किया करते थे उसे हमारे नेता नीतीश कुमार ने अक्षरशः पालन किया है। श्री नीतीश कुमार ने कल्याणीकारी योजनाओं के माध्यम से दलित और महादलित समाज को विकास की मुख्यधारा में जोड़ने का काम किया। बीते 18 सालों में अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण बजट में 400 गुणा की वृद्धि हुई। हिंदुस्तान में ऐसा कोई दूसरा उदरहण नहीं है।

विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी ने कहा कि  नीतीश कुमार ने बाबा साहब के संविधान को सही मायनों में जमीन पर उतारने का काम किए और वंचित-शोषित समाज को उनके अधिकार दिए हैं। श्री महेश्वर हजारी ने कहा कि हम सभी को एकजुट होकर श्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए गठबंधन को मजबूत करना है।

पूर्व मंत्री रत्नेश सदा ने कहा कि नीतीश कुमार ने दलित-महादलित समाज को पंचायती राज में आरक्षण की सुविधा देकर उनके राजनीतिक भागीदारी को सुनिश्चित किया है। साथ ही उनके सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक सशक्तिकरण के लिए कई योजनाओं की भी शुरुआत हुई है।

पूर्व मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि दलित समाज के युवाओं को उद्यमी योजना और स्टूडेंट क्रेडिट का लाभ मिल रहा है जिससे वे खुद को आर्थिक और शैक्षणिक रूप से सबल बना रहे है। जातीय गणना जैसे कार्य को अंजाम देकर  नीतीश कुमार साबित कर दिया की वह शोषित, वंचित और दलित समाज से सबसे बड़े हितैषी है।

कार्यक्रम में मुख्यरूप से बिहार सरकार के मंत्री  विजय कुमार चैधरी, विधान परिषद के मुख्य सचेतक संजय कुमार सिंह ‘‘गांधी जी’’, पूर्व मंत्री संतोष कुमार निराला, मा0 विधान पार्षद खालिद अनवर, पूर्व विधायक अरुण मांझी,  मंजु देवी, ललन भूईया, श्याम बिहारी राम,  विद्यानंद विकल,  राम नरेश राम, हिमराज राम, हुलेश मांझी, रूबेल रविदास, शत्रुध्न पासवान, दीपक रजक, जाॅर्ज मांझी, कंचन माला चैधरी,  राम कुमार राम, रामप्रवेश राम, शिवशंकर राम, ललमुनी राम, मनोज चैधरी, आनंद रजक, वासुदेव कुशवाहा, संतोष कुशवाहा, नन्दकिशोर कुशवाहा, नवीश कुमार नवेंद्रु, डाॅ0 भारती मेहता, डाॅ0 अशरफ हुसैन, डाॅ0 धर्मेन्द्र कुमार चंद्रवंशी, सविता नटराजन, बंटी चंद्रवंशी, चंद्रिका सिंह दांगी सहित बड़ी संख्या में पार्टी के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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