दरभंगा : संस्कृत विश्वविद्यालय में मंगलवार को आयोजित अधिषद (सीनेट) की 47वी बैठक की अध्यक्षता कुलाधिपति राजेन्द्र विश्वनाथ अर्लेकर करेंगे। वे दूसरी बार सीनेट की अध्यक्षता करने संस्कृत विश्वविद्यालय आ रहे हैं। इसके पूर्व पहली बार 26 मार्च,23 को आयोजित सीनेट में उन्होंने अपना बहुमूल्य समय दिया था।
राजभवन से जारी मिनट टू मिनट के मुताबिक राज्य सरकार के हेलीकॉप्टर से वे सुबह 9.50 में दरभंगा के लिए प्रस्थान करेंगे। करीब 10.45 में वे संस्कृत विश्वविद्यालय पहुंचेंगे और सीनेट की अध्यक्षता करते हुए वे करीब अपराह्न दो बजे तक यहां अपना समय देंगे। इसके बाद अन्य कार्यक्रमों में उनकी गरिमामय उपस्थिति रहेगी।
उक्त जानकारी देते हुए विश्वविद्यालय के पीआरओ निशिकान्त ने बताया कि संस्कृत विश्वविद्यालय में करीब सवा तीन घण्टे के अपने प्रवास के दौरान मा0 कुलाधिपति विभिन्न औपचारिकताओं को निभाएंगे। इसी कड़ी में जिला प्रशासन द्वारा कैंपस में उन्हें 11 बजे गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा। 11.05 बजे परिसर में स्थापित महाराजाधिराज डॉ सर कामेश्वर सिंह की आदमकद प्रतिमा पर मा0 कुलाधिपति माल्यार्पण करेंगे। 11.30 बजे कार्यक्रम स्थल दरबार हॉल में उनके आगमन पश्चात राष्ट्र गान होगा। 11.35 में उनके द्वारा दीप प्रज्ज्वलन एवं सरस्वती के साथ साथ महाराजाधिराज की तस्वीर पर माल्यार्पण किया जाएगा। 11.40 में मा0 कुलाधिपति मंच पर आसन ग्रहण करेंगे। उसके बाद कुलपति प्रो0 लक्ष्मी निवास पांडेय द्वारा मा0 कुलाधिपति व मंचासीन अतिथियों का स्वागत किया जाएगा। 11.50 में मंगलाचरण एवं 11.55 में कुलगीत होगा। सदन में गणपूर्ति पश्चात करीब 12 बजे अपराह्न कुलसचिव कार्यक्रम प्रारम्भ करने की अनुमति लेंगे। इसके बाद कुलपति स्वागत भाषण प्रस्तुत करेंगे। मा0 कुलाधिपति का अभिभाषण 12.15 में शुरु होगा। इसके बाद प्रतिकुलपति प्रो0 सिद्धार्थ शंकर सिंह द्वारा सदन में 2024-25 वर्षीय आय व्ययक प्रस्तुत किया जाएगा। इसी क्रम में एक बजे से 1.55 के बीच प्रस्तुत बजट पर चर्चा होगी और गत सीनेट की कार्यवाही की सम्पुष्टि पर विचार के साथ साथ गत चार सिंडिकेट(अभिषद)की कार्यवाहियां सूचनार्थ व अनुमोदनार्थ पेश किए जाएंगे। करीब 1.56 में शोक प्रस्ताव पढ़ा जाएगा। दो बजे राष्ट्र गान के बाद अध्यक्ष की अनुमति पर कार्यक्रम समाप्ति की घोषणा की जाएगी।
इधर ,मा0 कुलाधिपति के आगमन को लेकर जिला प्रशासन काफी चौकस है। आला पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने आज विश्वविद्यालय परिसर का संजीदगी के मुआयना किया और सुरक्षा की बाबत जानकारी ली व आवश्यक निर्देश भी दिए।
हमलोगों के लिए हर्ष का विषय : कुलपति
वहीं, संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 लक्ष्मी निवास पांडेय ने 12 मार्च को आयोजित सीनेट की बैठक को लेकर तैयारी पर सन्तोष जताते हुए कहा कि हमलोगों के लिए अपार हर्ष का विषय है कि मा0 कुलाधिपति ने अपना बहुमूल्य समय विश्वविद्यालय को दिया है। हमारे सभी कर्मियों ने समन्वय स्थापित कर उनके स्वागत में मनोयोग से कार्य किया है। अभी भी सभी लगे हुए हैं। मा0 कुलाधिपति के आने से विश्वविद्यालय कर्मियों में ऊर्जा का नया संचार होगा और बेशक इससे शैक्षणिक वातावरण में बदलाव आएगा। हमसभी मा0 कुलाधिपति के आगमन के इंतजार में हैं।