दरभंगा : विश्वविद्यालय हिन्दी विभाग में ‘विकसित भारत@2047’ की थीम पर दो दिवसीय सामूहिक परिचर्चा एवं चित्रकारी का आयोजन किया गया।
आयोजन के पहले दिन सामूहिक परिचर्चा में ‘उच्च शिक्षा की उपादेयता’, ‘लोक कलाओं के माध्यम से गृह उद्योग’, ‘विज्ञान व तकनीक’, ‘स्वच्छता अभियान’, ‘वृक्षारोपण’, ‘पर्यावरण सुरक्षा’ जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर छात्र–छात्राओं ने अपने विचार प्रकट किए।
इस आयोजन का शुभारंभ करते हुए विभागाध्यक्ष प्रो. उमेश कुमार ने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में हो रहे साकारात्मक कार्यों से छात्रों–नौजवानों को अवगत कराने तथा विकास की धारा से उन्हें जोड़ने हेतु यह उपक्रम किया जा रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि यह बहुत जरूरी है कि देश की युवा पीढ़ी समर्थ, समृद्ध और विकसित भारत की वृहद परिकल्पना से जुड़ सकें!
‘विकसित भारत@2047’ आयोजन के दूसरे दिन प्रतिभागियों ने चंद्रयान जैसी महत्वाकांक्षी योजना के साथ–साथ अन्य कल्याणकारी योजनाओं को भी अपने चित्र का विषय बनाया।
प्रतियोगिता में स्नातकोत्तर छात्र दीपक कुमार, नीशू कुमारी, ज्योति, धर्मेश, शंकर, हिमांशु, आकृति , शांति, अविनाश, सुंदर कुमार समेत बड़ी संख्या में छात्र–छात्राओं ने सहभागिता की।
आयोजन में वरिष्ठ प्राचार्य प्रो. चंद्रभानु प्रसाद सिंह, प्रो. सुरेंद्र प्रसाद सुमन, प्रो. आनंद प्रकाश गुप्ता, डॉ. मंजरी खरे की गरिमामयी उपस्थिति रही।