परिवार नियोजन और यौन स्वास्थ्य पर मारवाड़ी महाविद्यालय में चर्चा
गर्भनिरोधक के विभिन्न विकल्पों का सही उपयोग अनचाहे गर्भ से बचाव के साथ-साथ यौन स्वास्थ्य की भी करता है सुरक्षा – डॉ. सूरज नायक
दरभंगा : विश्व गर्भनिरोधक दिवस के अवसर पर मारवाड़ी महाविद्यालय, दरभंगा में एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्र-छात्राओं को परिवार नियोजन, यौन एवं प्रजनन स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना था। कार्यक्रम के संयोजक डॉ. विकास सिंह ने बताया कि यह गोष्ठी छात्रों के जीवन में जागरूक निर्णय लेने में सहायक होगी। उन्होंने इस विषय को महत्वपूर्ण बताते हुए युवाओं को सही जानकारी प्रदान करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्रधानाचार्या डॉ. कुमारी कविता ने की। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि समाज में स्वस्थ और जागरूक नागरिकों का निर्माण करने के लिए यौन स्वास्थ्य और गर्भनिरोधक के बारे में सही जानकारी और संवाद स्थापित करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि युवा वर्ग को यौन और प्रजनन स्वास्थ्य के महत्व को समझना चाहिए, ताकि वे अपने जीवन में सही निर्णय ले सकें। उन्होंने बताया कि राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार द्वारा दरभंगा से मारवाड़ी कॉलेज को ही सेहत केंद्र के लिए चुना गया।
गोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में डीएमसीएच के पूर्व अधीक्षक डॉ. सूरज नायक ने गर्भनिरोधक साधनों के उपयोग और उनके लाभों पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गर्भनिरोधक के विभिन्न विकल्पों का सही और नियमित उपयोग अनचाहे गर्भ से बचाव के साथ-साथ यौन स्वास्थ्य की सुरक्षा भी करता है। डॉ. नायक ने युवाओं के लिए यौन और प्रजनन स्वास्थ्य के प्रति सही जानकारी को आवश्यक बताते हुए गर्भनिरोधक के विकल्पों की विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा कि प्रत्येक वर्ष विश्व गर्भनिरोधक दिवस 26 सितम्बर को मनाया जाता है।
विशिष्ट वक्ता पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया के सुनील कुमार ने कहा कि बच्चों के जन्म में अंतर और परिवार नियोजन के लिए सही गर्भनिरोधक का चयन करना जरूरी है। उन्होंने बताया कि आधुनिक युग में गर्भनिरोधक के कई विकल्प उपलब्ध हैं, लेकिन उनकी उपयोगिता को समझकर चयन करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। मुख्य वक्ता सुमित कुमार सिंह, मैनेजर, पॉपुलेशन सर्विस इंटरनेशनल इंडिया, ने गर्भनिरोधक के उपयोग को खुशहाल और स्वस्थ जीवन के लिए आवश्यक बताया। उन्होंने कहा कि अनचाहे गर्भ से बचने का सबसे सरल तरीका सक्रिय रूप से गर्भनिरोधक का उपयोग करना है। उन्होंने पीपीटी एवं विभिन्न माध्यमों से गर्भनिरोध के तरीकों का प्रदर्शन किया।
कार्यक्रम में स्वागत वक्तव्य अर्थशास्त्र विभागाध्यक्ष डा विनोद बैठा ने एवं धन्यवाद ज्ञापन गणित विभागाध्यक्ष डा श्रवण कुमार ने किया। विभिन्न आदित्य कुमार मिश्र, सूरज, दिव्यांश श्री, अस्मिता, चंदन, मानसी, प्रियंका, सुदेवी, किरण आदि छात्र-छात्राओं सहित महाविद्यालय के शिक्षकों डा विनोद बैठा, डा रवि कुमार राम, डा प्रिया नंदन, डा अनुरुद्ध सिंह, डा विकास सिंह, डा. श्रवण कुमार, डा जितेंद्र कुमार, जिला समन्वयक सी 3, अमर नाथ राय, आनंद शंकर, सौरभ सुमन, कृष्ण कुमार, अमर भारती, संजीव कुमार, सोहन सिंह, आयुष कुमार आदि ने भाग लिया और गर्भनिरोधक संबंधी सवालों का विशेषज्ञों द्वारा उत्तर भी प्राप्त किया। इस संगोष्ठी में छात्रों को सुरक्षित यौन जीवन, परिवार नियोजन के महत्व और गर्भनिरोधक के उपयोग के संबंध में सटीक एवं वैज्ञानिक जानकारी प्रदान की गई। कार्यक्रम के दौरान परिवार नियोजन और यौन स्वास्थ्य से संबंधित पर्चे भी वितरित किए गए, जिनमें इस विषय की विस्तृत जानकारी दी गई थी।