Ram Mandir : भार (सनेस) विश्व हिंदू परिषद के उपाध्यक्ष एवं श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महासचिव चंपत राय को सौंपा गया

दरभंगा : आगामी 22 जनवरी को अयोध्या में बने भव्य मंदिर में माता सीता सहित प्रभु श्रीराम जी के मूर्ति स्थापना एवं प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को देखते हुए दरभंगा सांसद डॉ गोपाल जी ठाकुर के नेतृत्व में मां जानकी की नगरी मिथिला के केंद्र दरभंगा से बीते शुक्रवार को दरभंगा श्यामा मंदिर परिसर से निकला भार (सनेस) यात्रा रविवार को अयोध्या पहुंचा, जहां केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी चौबे, दरभंगा सांसद डॉ गोपाल जी ठाकुर,बिहार विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष हरि सहनी सहित साधु संतों की उपस्थिति में दरभंगा से ले गए भार (सनेस)और बिहार के विभिन्न नदियों व मंदिरों से एकत्रित मिट्टी को विश्व हिंदू परिषद के उपाध्यक्ष एवं श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महासचिव चंपत राय को सौंपा गया।

 

विदित हो कि यह यात्रा दरभंगा श्यामा मंदिर से प्रारंभ होकर पटना हनुमान मंदिर, बक्सर होते कल देर संध्या मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम की पावन नगरी अयोध्या धाम पहुंचा था। पहुंचने के उपरांत अयोध्या स्थित साकेत महाविद्यालय परिसर में श्रीराम कर्मभूमि न्यास सिद्धाश्रम बक्सर द्वारा 14 लाख दीपक से प्रभु श्रीराम के पराक्रमी दिव्य स्वरूप,भव्य रामलला मंदिर, पीएम नरेन्द्र मोदी एवं आदरणीय उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ की तस्वीर उकेरी गई थी।

 

श्री राम जन्म जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास को सौंपे गए भार (सनेस) और सामान में सांसद डॉ ठाकुर के नेतृत्व में  माता सीता जी के मायका मिथिला से माँ जानकी का वस्त्र, आभूषण, श्रृंगार, मखाना, भार (सनेस) के अलावा केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे द्वारा बिहार के प्रमुख मंदिरों से एकत्रित मिट्टी व जल एकत्रित शामिल था। जिसमे मुख्य रूप से उत्तरायण गंगा जल एवं मृतिका वशिष्ठेश्वर धाम, श्रृंगी ऋषि तपस्थल, कहलगांव,

गंगा जल एवं मृतिका बाबा बृधेश्वरनाथ, गंगा जल एवं मृतिका बाबा मानसकामना महादेव, चंपानगर,गंगा जल एवं मृतिका बाबा अजगैबीनाथ महादेव, सुल्तानगंज, अंग जनपद, भागलपुर, शामिल हैं। इसी तरह ऋषि श्रृंगी कुंड जल एवं मृतिका, जलप्पा मंदिर, लखीसराय, मंदार पर्वत क्षेत्र, काशी विश्वनाथ पापहरणी जल मृतिका एवं बाबा मधुसूदन जल बौंसी, बांका, विष्णुपद मंदिर गया जी तीर्थ क्षेत्र, फल्गु नदी जल एवं मृतिका, गया, चंडिका स्थान, गंगा जल एवं मृतिका, कष्टहरनी घाट, मुंगेर, बिहार की मिट्टी व जल शामिल हैं।

 

मौका पर बोलते हुए सांसद डॉ ठाकुर ने कहा कि मिथिला की बेटी जगत जननी मां जानकी के साथ पाहुन प्रभु श्री राम जी को 500 वर्षों बाद अपना घर नसीब हो रहा है। इस अद्भुत क्षण का प्रत्येक मिथिलावासी और देशवासी बेसब्री से इंतजार कर रहा है। उन्होंने कहा कि पूरा मिथिला उत्सव के माहौल में डूब चुका है। उन्होंने कहा कि मिथिला परंपरा के अनुसार वह माता सीता के अपने घर में स्थापना से पूर्व वह भार लेकर माता के ससुराल और प्रभु श्री राम की नगरी अयोध्या पहुंकर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास को सुपुर्द किए है। उनके लिए यह काफी खुशी और भावुक करने वाला क्षण है।

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