दरभंगा डॉक्टरों की शराब – कबाब पार्टी में शहर के टॉप डॉक्टर शराब का लुफ़्त उठाते
जाप प्रमुख पप्पू यादव ने अपने सोशल मीडिया पर लिखा की बिहार में शराब पार्टी डीएमसीएच प्रिंसिपल और डॉक्टरों के लिए अलग क़ानून है गरीबों के लिए अलग क्या ?
दरभंगा : सोशल मीडिया पर तेजी से डॉक्टरों की शराब-कबाब पार्टी वायरल वीडियो बिहार शराब बंदी की पोल खोल रहा है। वीडियो डीएमसीएच दरभंगा के गेस्ट हाउस का बताया जा रहा है। आपको बताते चलें की डीएमसीएच में एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स बिहार के चार दिवसीय वार्षिकत्सव मनाया जा रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार की रात की वीडियो बताई जा रही है। पार्टी में दरभंगा के टॉप डॉक्टरों के चेहरे नज़र आ रहें है। पूरे मामले की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन ऐक्शन में आया। एसडीपीओ सदर अमित कुमार की टीम ने डीएमसीएच की रेस्ट हाउस और रेस्तरों की संघन छापेमारी की। छापेमारी के दौरान गेस्ट हॉउस की कमरा नंबर 102 से तीन बोतल शराब की बोतल बरामद की गयी। शराब की बोतलें काफी महंगी थी। प्रशासन ने गेस्ट हॉउस के सभी कमरे की सघन तलाशी की। तलाशी के दरम्यान पुलिस ने काफी संख्या में प्रशासन दलबल के साथ थी। इंटरनेट पर वायरल वीडियो पर एसएसपी दरभंगा अवकाश कुमार शनिवार देर शाम में संज्ञान लिया। और एसडीपीओ सदर अमित कुमार की अगुवाई में बेंता ओपी कोतवाली थाना एवं दंगा नियंत्रण दस्ता उत्पाद टीम आदि ने एकसाथ छापेमारी की।
घटना स्थल पर मीडिया से बात करते हुए एसडीपीओ ने बताया की इंटरनेट पर वीडियो वायरल पर संज्ञान लेते त्वरित छापेमारी की। गेस्ट हॉउस की हर एक कमरे की तलाशी हुई है। आगे कहा की आसपास पूछताछ एवं तलाशी की जा रही है और आगे की कारवाई चल रही है। शुक्रवार रात की वीडियो बतायी जा रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सोशल मीडिया स्थानीय पत्रकार शकील अहमद एवं अब्दुल्ला ने शराब पार्टी की वीडियो की थी। आपको जानकारी दे दे की चर दिवसीय डीएमसीएच में एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स बिहार के चार दिवसीय वार्षिकत्सव मनाया जा रहा है। वार्षिकत्सव में प्रदेश भर से 500 से अधिक डॉक्टर हुए थे। शराब पार्टी डॉक्टर वीडियो में अपने मुंह छुपाते नज़र आ रहें है।
पप्पू यादव ने वायरल वीडियो पर कहा है की बिहार में गरीबों को लेकर शराब बंदी क़ानून अलग है और डीएमसीएच प्रिंसिपल और डॉक्टरों के लिए अलग क़ानून है क्या ? आगे कहा की पेडिकोन कॉन्फ्रेंस में शराब परोसी जा रही थी,डॉक्टर लोग लुफ़्त उठा रहें थे प्रशासन सोयी हुई थी आखिर कबतक यह चलेगा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी संज्ञान लीजिए।
नीतीश कुमार की शराब बंदी क़ानून शक्ति की लाख दावे ज़मीनी हकीकत कुछ और बयां करती है। शराब की बिहार में होम डिलेवरी आम बात है। केवल अवैध व्यवसायी भर बन गया शराब बंदी।