KSDSU: संस्कृत यूनिवर्सिटी व्यावसायिक विषयों में प्रशिक्षण जुलाई में – 04 क्रेडिट के लिए 20 दिनों का होगा इन्टर्नशिप

व्यावसायिक विषयों में प्रशिक्षण जुलाई में

– 04 क्रेडिट के लिए 20 दिनों का होगा इन्टर्नशिप

–  इन्टर्नशिप पूर्णता प्रमाणपत्र प्रधानाचार्य करेंगे निर्गत

फोटो परिचय – च.व.शास्त्री पाठ्यक्रम की रूप रेखा तैयार करते विभागाध्यक्ष व पाठ्यक्रम निर्माण समिति के सदस्यगण

दरभंगा: सस्कृत विश्वविद्यालय में चतुर्थ वर्षीय शास्त्रीय पाठ्यक्रम के विशेषकर सेमेस्टर तीन से आठ के विषय वस्तुओं पर शुक्रवार को प्राधिकार शाखा में सभी विभागाध्यक्षो एवं पाठ्यक्रम निर्माण समिति सदस्यों ने गहन मंथन कर फाईनल ड्राफ्ट पर मुहर लगा दी है। अब जल्द संकायाध्यक्षों की बैठक में इसे अंतिम रूप दिया जाएगा। इसी के साथ उम्मीद है कि इसी बैठक में व्यावसायिक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के अलावा तृतीय से अष्टम सेमेस्टर तक के नव निर्मित पाठ्यक्रमों को भी अंतिम रूप देने के लिए प्रस्तुत किया जाएगा।

इसके बाद यह ड्राफ्ट विधिवत प्रक्रिया के तहत एकेडमिक काउंसिल, सिंडिकेट व सीनेट से अनुमोदित होकर स्वीकृति के लिए राजभवन भेजा जाएगा।
उक्त जानकारी देते हुए पीआरओ निशिकांत ने बताया कि द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षा के उपरांत इस वर्ष व्यावसायिक प्रशिक्षण जुलाई में होगी। यह प्रशिक्षण चार क्रेडिट का होगा जिसे 10 दिनों में पूरा करना होगा। इसके लिए कुल विषयों का चयन किया गया है जिसमें कुंडली निर्माण, वास्तु विज्ञान, पंचांग बोध प्रशिक्षण, कर्मकांड, संस्कृत सम्भाषण, कथाप्रवचन, न्यास योग, अनुवाद प्रशिक्षण, पंजीप्रबंधन शामिल है। छात्र व्यावसायिक प्रशिक्षण के लिए इसमें से किसी एक विषय का चयन कर सकता है। यह प्रशिक्षण सभी छात्रों के लिए जरूरी है। इसके बाद ही उसे शास्त्री का प्रमाण पत्र दिया जाएगा।
डॉ.सुरेश्वर झा की अध्यक्षता एवं डीन डॉ.शिवलोचन झा के संयोजन में आयोजित इस बैठक में यह भी तय किया कि पांचवे सेमेस्टर में छात्रों को इंटर्नशिप भी करना होगा जो चार क्रेडिट का होगा और उसे 20 दिनों में पूरा करना होगा। यह प्रमाणपत्र प्रधानाचार्य निर्गत करेंगे।
बैठक में मुख्य रूप से डॉ सुरेश्वर झा, डॉ दयानाथ झा, डॉ कुणाल कुमार झा, डॉ शिवलोचन झा, डॉ शम्भू शरण तिवारी, डॉ रामसेवक झा, डॉ वरुण कुमार झा, डॉ यदुवीर स्वरूप शास्त्री, डॉ कृष्णानन्द झा, डॉ प्रभाष चन्द्र, डॉ दिनेश्वर यादव, डॉ विनय कुमार मिश्र, डॉ दिलीप कुमार झा, डॉ रेणुका सिंहा, डॉ पवन कुमार झा मौजूद थे।

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