अनुसूचित जाति के किसानों को कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा माननीय विधायक, जाले विधायक जीवेश कुमार द्वारा अनाज कोठी उपादान वितरण
जाले : कृषि विज्ञान केंद्र जाले दरभंगा द्वारा भारत सरकार संपोषित अनुसूचित जाति उप योजना अंतर्गत अनुसूचित जाति के किसानों को अनाज भंडारण के लिए कोठी का वितरण किया गया।अनाज भंडारण कोठी वितरण करते हुए कृषि विज्ञान केंद्र, जाले के अध्यक्ष सह वरीय वैज्ञानिक डॉ दिव्यांशु शेखर ने बताया की अनुसूचित जाति उप योजना भारत सरकार द्वारा कृषि विज्ञान केंद्र के सहयोग से चलाया जा रहा है जिसका उद्देश्य फसल की बुवाई से लेकर फसल के उपभोग तक की विभिन्न चरणों में विकास की धारा से वंचित किसानों को तकनीकी सहायता उपलब्ध कराने के साथ-साथ उन्हें विभिन्न उपयोगी संसाधन उपलब्ध कराना है जिससे उनके सामाजिक आर्थिक स्थिति में गुणोत्तर विकास हो सके । इस कार्यक्रम अंतर्गत अनुसूचित जाति के किसानों को उपादान प्रदान करने के साथ-साथ प्रशिक्षण प्रत्यक्षण एवं सलाह उपलब्ध कराया जाता है जो पूर्णता निशुल्क होता है। इस स्कीम का मुख्य उद्देश्य गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाली अनुसूचित जातियों को महत्वपूर्ण संसाधन और निवेश प्रदान करके इनका आर्थिक विकास करना है। उन्होंने बताया की अनुसूचित जाति के विकास के लिए कई परिवारोन्मुखी आय सृजक योजनाएं सरकार के द्वारा चलाई जा रही हैं जैसे कृषि, बागवानी, पशुपालन, ग्रामीण, लघु उद्योग, मत्स्य पालन संबंधित आदि।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक जिवेश कुमार के द्वारा किसानो के बीच कोठी का वितरण किया गया । विधायक ने केन्द्र के कार्यों की सराहना करते हुए बताया कि सरकार की सभी योजनाओ को किसानो तक पहुचाने में कृषि विज्ञान केन्द्र अहम भूमिका निभा रहा है।
आज कृषि में नित्य नई चुनौतियां पैदा हो रही है ऐसे में वैज्ञानिकों ने अनुसंधान कर कई उन्नत प्रभेद और तकनीक विकसित की है आवश्यकता है कि कृषि विज्ञान केंद्र से जुड़ कृषक बंधु नई तकनीक को अपनाएं जिससे उनको अधिक से अधिक उत्पादन उत्पादकता एवं शुद्ध लाभ की प्राप्ति हो सके।
कार्यक्रम के दौरान पूजा कुमारी ने बताया कि अनुसूचित जाति उप योजना के अंतर्गत ग्राम – जाले, रतनपुर, ब्रहमपुर, राही के अनुसूचित जाति के ४० लोगों को कोठी अनाज भंडारण हेतु बक्सा दिया गया ताकि उनके द्वारा उगाई गई अनाजों का उचित भंडारण किया जा सके। बक्सा प्रदान . करने का मुख्य उद्देश्य फसल कटाई के उपरांत भंडारण बीज भंडार करने के दौरान होने वाले नुकसान उसे बचा जा सके। उन्होंने बताया कि कृषि विज्ञान केंद्र के द्वारा पहले भी अनुसूचित जाति के लोगों के लिए कई उपादान वितरण किए जा चुके हैं जैसे मटर, मसुर, मूंग का बीज आदि। लोगों ने यह निश्चय किया कि केंद्र के द्वारा बताई गई सभी तकनीकों अथवा निर्देशों का पालन कर अपने ग्राम को आर्थिक एवं समाजिक रूप से सुदृढ़ करेंगे।